सिंगला
मर्डर केस
उपरोक्त
उपन्यास सुनील सीरीज में 121 वां है और मेरी आज तक प्रकाशित कुल रचनाओं में 288
वां है । मुझे खुशी है कि उपन्यास मेरे हर वर्ग के पाठकों को – एकाध अपवाद को
छोड़कर जो कि हमेशा ही होता है – पसंद आया है ।
गोंदिया
के शरद कुमार दुबे की निगाह में ‘कोलाबा कांस्पीरेसी’ के धमाकेदार प्रवेश के बाद
‘सिंगला मर्डर केस’ मानो दबे पांव दाखिल हुआ लेकिन अपनी हाजिरी लगवाने में 100%
सफल हुआ । सीरीज के सभी स्थायी पात्र अपने अपने रोल में खरे उतरे । बकौल दुबे
साहब, उपन्यास ने उन का भरपूर मनोरंजन किया ।
मेरे...
Published on July 28, 2014 00:22