Maine Tarashe Hain Alfaaz Quotes

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Maine Tarashe Hain Alfaaz Maine Tarashe Hain Alfaaz by Neelam Saxena Chandra
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“नदिया के दिल की जुबां,
न किसी ने सुनी, न जानी;
झरने से शुरू कर,
सागर में कर दी खत्म कहानी!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“आँखों में सपने हैं,
क़दमों में इरादा है;
खुद को मंजिल तक पहुंचाने का
मेरा मुझसे वादा है!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“अनछुए ख़्वाबों को आज
अपनी पनाहों में ले लूँ;
कहीं उन्हें छू भी न पाऊं
और ज़िंदगी की शाम ढल जाए...”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“कुछ इस तरह
सौदा किया ज़िंदगी से हमने;
जितना बढ़ा दर्द,
उतना ही जोश दुगुना होता रहा!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“अँधेरा पंख पसार रहा है
पर मेरी भी एक ज़िद्द है;
अपने भीतर की रौशनी लिए
चलूँगी जहाँ तक हद्द है!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“मन पर ऐतबार करना सीखो,
खुद से प्यार करना सीखो,
भला खुद को खुद से धोखा हुआ है कभी?
ख़ुदा में खुद को और खुद को ख़ुदा में देखो...”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“पहाड़ों को तिनकों सा बिखरते देखा,
आसमानों को पानी सा पिघलते देखा;
जो कल था, आज उसका अस्तित्व भी नहीं,
जाने कब उड़ा ले जाए किसीको हवा का झोंका!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“पास कुछ भी नहीं मगर
आँखों में रौशनी के दिये हैं;
हम तो यारों हरदम
ऐसे ही जिए हैं...”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“आशाओं में रवानी है,
आगे बढ़ने की ठानी है!
कौन सोचे जो बीत गया,
वो तो एक गुजरी कहानी है!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“सूरज की अगन है,
तपन ही तपन है;
मन को शीतलता दे रही
दिल की लगन है!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“झुर्रियाँ पड़ जाती हैं रिश्तों में,
बाल सफ़ेद पड़ जाते हैं;
गर उन्हें संभालकर न रखा जाए,
तो वो वक्त से पहले सिकुड़ जाते हैं!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz
“न जाने कश्तियाँ
क्यूँ ढूँढती हैं किनारा;
तूफानों से लड़ने का मज़ा
कुछ और ही है!”
Neelam Saxena Chandra, Maine Tarashe Hain Alfaaz