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Kindle Notes & Highlights
हर चीज़ सबके लिए प्रचुरता से उपलब्ध है।
शंका व अनिर्णय के दौर में कृतज्ञता विकसित करें।
जिस पल आप जल्दबाज़ी करते हैं, आप सर्जक नहीं रह जाते हैं, बल्कि प्रतिस्पर्धी बन जाते हैं और दोबारा पुराने धरातल पर पहुँच जाते हैं।
रॉबर्ट हेनलेन ने स्ट्रेंजर इन अ स्ट्रेंज लैंड में इसका वर्णन यह कहकर किया है, ''प्रतीक्षा है।“
“जो मूल्य बढाते हैं, सिर्फ़ वही उसमें से कुछ अपने पास रख पाते हैं; जो अपने पास मौजूद चीज़ का मूल्य नहीं बढ़ा पाता, उससे अंतत: वो चीज़ छीन ली जाती है।''
जो भी करें, इस दृढ़ विश्वास के साथ करें कि आप अपनी प्रगति कर रहे हैं और अपने आस-पास के हर व्यक्ति का विस्तार कर रहे हैं। अटल आस्था रखें कि आप वृद्धि का अनुभव कर रहे हैं। इस आस्था को हर काम को प्रेरित करने दें, भरने दें और व्याप्त होने दें।
अपने हर काम, अपने बोलने के ढंग और चेहरे के भावों को यह शांत आश्वासन व्यक्त करने दें कि आप अमीर बन रहे हैं - कि आप पहले ही अमीर बन चुके हैं।
“मैं अपने लिए जो चाहता हूँ वही हर व्यक्ति के लिए चाहता हूँ।“13
मनोविश्लेषक डेविड हॉकिन्स शक्ति और बल में भेद करते हुए कहते हैं कि बल (force) दूसरों को नियंत्रित करने की कोशिश है, जबकि शक्ति (power) साबित करने या हासिल करने की क्षमता है।
हर दिन आप जितना काम कर सकते हों, करें और हर काम को प्रभावी तरीक़े से करें। सफलता की शक्ति और अमीर बनने के इरादे को अपने हर काम में भर दें।
आप जो बनना चाहते हैं, वह सब बनने के लिए “आदर्श” अवसर की प्रतीक्षा न करें। आप वर्तमान में जितने हैं, उससे अधिक बनने का अवसर जब आपके सामने आए और आप उसकी ओर खिंचाव महसूस करें, तो तुरंत उसका लाभ उठा लें। यह अधिक बड़े अवसर की दिशा में पहला कदम है।
आप चाहे किसी भी पेशे में हों, अगर आप दूसरों के जीवन का विस्तार कर सकते हैं और उन्हें इन बात का एहसास करा सकते हैं, तो वे आपकी ओर अकर्षित होंगे, आपके काम में सहयोग देंगे, आप उनकी आवश्यकताएँ पूरी करेंगे और स्वयं अमीर बन जाएँगे।
आप वर्तमान में जितने हैं, उससे अधिक बनने का अवसर जब भी आपके सामने आए और आप उसकी ओर खिंचाव महसूम करें, तो तुरंत उम अवसर का लाभ उठा लें। यह अधिक बड़े अवसर की दिशा में पहला क़दम होगा।
असीमित तत्व के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें।
अपना समय बस उन्हीं योजनाओं में लगाएँ, जो आज आपके कामों पर असर डालती हों।
अपनी परिस्थितियों या किसी दूसरी चीज़ के बारे में बोलते समय कभी भी हताशा वाले शब्दों का प्रयोग न करें। कभी भी असफलता की संभावना को स्वीकार न करें या ऐसे तरीक़े से न बोलें, जिसमें असफलता की संभावना झलकती हो। कभी भी न बोलें कि मुश्किल समय चल रहा है या व्यवसाय की परिस्थितियाँ बुरी हैं। ऐसा उन लोगों के साथ हो सकता है, जो प्रतिस्पर्धा के धरातल पर हैं, लेकिन आपके साथ ऐसा कभी नहीं हो सकता। आप अपनी मनचाही चीज़ का सृजन कर सकते हैं इसलिए आप डर से परै हैं। दूसरे लोग जिसे मुश्किल समय और व्यवसाय के बुरे हालात मानते हैं, वह आपको सबसे बड़े अवसर मिलेंगे। स्वयं को संसार के बारे में इस तरह सोचने और देखन के लिए
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कृतज्ञाता लोगों के मस्तिष्क को सर्वोच्च तत्व की प्रज्ञा के सामंजस्य में लाती है, जिससे हमारे विचार निराकार द्वारा ग्रहण किए जाते हैं।
अगर हम अमीर बनना चाहते हैं, तो हमें फुरसत के घंटों में अपने सपने पर मनन करना चाहिए और दिल से धन्यवाद देना चाहिए कि हमें अपनी मनचाही चीज़ मिल रही है।
उन्हें जो अमीरी मिलेगी, वह उनके सपने की स्पष्टता, उनके इरादे की दृढता, उनकी आस्था की लगनशीलता और उनकी कृतज्ञता की गहराई के अनुपात में होगी।

