Akash

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“मगर, जो हो, मनुज सुवरिष्ठ था वह। धनुर्धर ही नहीं, धर्मिष्ठ था वह। तपस्वी, सत्यवादी था, व्रती था, बड़ा ब्रह्मण्य था, मन से यती था।
रश्मिरथी
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