DivReads

46%
Flag icon
ले अमोघ यह अस्त्र, काल को भी यह खा सकता है, इसका कोई वार किसी पर विफल न जा सकता है। “एक बार ही मगर, काम तू इससे ले पायेगा, फिर यह तुरत लौटकर मेरे पास चला जायेगा।
रश्मिरथी
Rate this book
Clear rating