Akash  Sharma

30%
Flag icon
“कुरूराज्य चाहता मैं कब हूँ? साम्राज्य चाहता मैं कब हूँ? क्या नहीं आपने भी जाना? मुझको न आज तक पहचाना? जीवन का मूल समझता हूँ, धन को मैं धूल समझता हूँ,
रश्मिरथी
Rate this book
Clear rating