सूरज से गुफ्तगू #18

कई दिनों से तुजसे मुलाकात नहीं हुई हैं
ये भीगी बारिश से जैसे नफरत सी हुई हैं,
तू ही कहता था, तेरे बिना मेरा अस्तित्व नहीं
तो अब ये तू ही बता, तेरे बिना मैं खोकली बन_
पर जिउ तो सही?

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Published on October 12, 2020 04:35
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