काल्पनिक निष्पक्षता (कहानी)


"जगह देख कर ठहाका लगाया करो, वरणित! तुमहारे चककर में मेरी भी हँसी छूट जाती है। आज उस इंटरवयू में कितनी मुशकिल से संभाला मैंने...हा हा हा।"
मशहूर टीवी चैनल और मीडिया हाउस के मालिक शेखर सूद ने दफ़तर में अपनी धुन में चल रहे अपने लड़के वरणित को रोककर कहा। 
वरणित - "डैडी! आज हर इंटरवयू में कैंडिडेट बोल रहे थे कि हमारे चैनल में वो इसलिए काम करना चाहते हैं कयोंकि हमारा चैनल निषपकष है। उसपर आप जो धीर गंभीर भाव बनाते थे उन एकसपरेशंस को देख कर खुद को रोकना मुशकिल हो गया था।"
शेखर - "हप! मेरे हाथों पिटा...
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Published on December 22, 2017 00:15
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