बकर पुराण Quotes
बकर पुराण
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Ajeet Bharti379 ratings, 3.69 average rating, 36 reviews
बकर पुराण Quotes
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“और पुरुषों का तो ये हाल है कि पूजा पाठ करके आएँगे ऑफ़िस और कहेंगे व्रत है। लंच टाइम में इनका जो टिफ़िन निकलता है वो आम दिनों से बड़ा होता है। उस टिफ़िन बॉक्स में व्रत के फल, व्रत का नमकीन, व्रत की भूंजी हुई मूँगफली, व्रत के पकौड़े… लगता है कि साला व्रत का नहीं चखना का सामान है, बस ‘व्रत की दारू’ लाने की ज़रूरत है। वैसे अभी तक तो दिखी नहीं पर अगले नवरात्र तक ‘व्रत का पिज़्ज़ा’ और ‘व्रत का केएफ़सी बकेट’ ना आने लगे! उन्हें भी तो सरवाइव करना है भाई! ख़ैर हम चले व्रत का मटन खाने क्योंकि इन दिनों मुर्ग़ा-मीट का दाम घट जाता है! बाक़ी त जे है से त हइए है!”
― बकर पुराण
― बकर पुराण
“MBA वाले सिवाय Excel sheet बनाने के और फ़ैंसी वर्ड्स इस्तेमाल करने के अलावा कुछ नहीं जानते। उनकी सारी होशियारी टाई बाँधने और कुक्कुरों की तरह ग़ुलामी में निकलती है। उनके एम्प्लायर उन्हें लैपटॉप देकर पूरे साल मूर्ख बनाते हैं इस बात पर कि ‘तुमने अपना टारगेट अचीव नहीं किया इसीलिए वर्क फ़्रॉम होम करो’ और ये बेचारे ख़ुद को इनएफ़िशिएंट मान कर लगे रहते हैं वीकेंड्स पर भी। ख़”
― बकर पुराण
― बकर पुराण
“ज़रा सोचिए कि स्क्रीन पर कटरीना जैसी बला की ख़ूबसूरत अदाकारा आई और लोगों ने आह तक नहीं भरी। क्यों? बग़ल वाला क्या सोचेगा? साले बग़ल वाले ने पैसे दिए हैं तेरे? ये सभ्य आदमी है। सभ्य आंटी हैं और उनकी बेटी भी सभ्य हो रही है। लौंडे जेनेरली सभ्य नहीं होते।”
― बकर पुराण
― बकर पुराण
