रेहन पर रग्घू Quotes

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रेहन पर रग्घू रेहन पर रग्घू by Kashinath Singh
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“शरीफ’ इंसान का मतलब है निरर्थक आदमी; भले आदमी का मतलब है ‘कायर’ आदमी । जब कोई आपको ‘विद्वान’ कहे तो उसका अर्थ ‘मूर्ख समझिए, और जब कोई ‘सम्मानित’ कहे तो ‘दयनीय’ समझिए”
Kashinath Singh, Rehan Par Ragghu
“प्यार एक खोज है सल्लो । जीवन-भर की खोज । कभी खतम, । कभी खतम, कभी शुरू । खोज किसी और की नहीं, खुद की! हम स्वयं को दूसरे मैं ढूँढ़ते हैं, एक बिछड़ जाता है या छूट जाता है तो लगता है जिन्दगी खत्म । जीने का कोई अर्थ नहीं रह जाता! आँखों के आगे शून्य और अँधेरा! हर चीज बेमानी हो जाती है । लेकिन कुछ समय बाद कोई दूसरा मिल जाता है और नए सिर से अँखुआ फूट निकलता है! फिर लहलह, फिर महमह! यह दूसरी बात है कि दूसरा भी स्वयं को ढूंढ़ते हुए टकराता है! सच कहो तो प्यार की खूबसूरती हर बार उसके अधूरेपन मैं ही है! उसकी यानी प्यार की उम्र जितनी ही छोटी हो उतनी ही चमक और कौंध! अगर लम्बी हुई तो सड़ाँध आने लगती है!”
Kashinath Singh, Rehan Par Ragghu