नीम का पेड़ Quotes

Rate this book
Clear rating
नीम का पेड़ नीम का पेड़ by राही मासूम रज़ा
396 ratings, 4.19 average rating, 38 reviews
नीम का पेड़ Quotes Showing 1-6 of 6
“नारियल के पेड़ों की छाँव बेचनेवालो, बरगदों को मत काटो पीपलों को मत छेड़ो इमलियों को जीने दो इनकी पत्ती-पत्ती पर धूप पर सुखाती है इनकी पत्ती-पत्ती पर सुबह अपनी उँगली से अपने नाम लिखती है…”
Rahi Masoom Raza, नीम का पेड़
“सियासत का एक उसूल यह भी है कि किसी से इतनी दूर भी न जाओ कि वक़्त पड़ने पर पास न आ सको।”
Rahi Masoom Raza, नीम का पेड़
“शाम ढलने लगती है तो साए लम्बे होते जाते हैं और साए जब कद से ज़्यादा लम्बे हो जाते हैं तो सूरज डूब जाता है।”
Rahi Masoom Raza, नीम का पेड़
“ताकतवरों के ऐब नहीं होते, उनके शौक होते हैं। अवाम जिसे गुनाह समझती है वो तो इनके शौक हुआ करते हैं।”
Rahi Masoom Raza, नीम का पेड़
“सत्ता का अपना एक नशा होता है और अपनी ज़ात भी। जो भी उस तक पहुँचता है उसकी ज़ात का ही हो जाता है।”
Rahi Masoom Raza, नीम का पेड़
“मैं तो लेखकों की उस ज़मात का हूँ जो मानते हैं कि लेखक या अदीब का काम दुनिया में अमन फैलाना है। उसका काम मोहब्बत के ऐसे अफ़साने गढ़ना है, जिसे पढ़ते ही लोग आपसी दीवारों को भूल जाएँ। लेखकों का काम तो सरहदें मिटाना होता है।”
Rahi Masoom Raza, नीम का पेड़