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Poets, Poems n Poetry > Sher-o-Shayri ! ! !

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message 2051: by Piya (new)

Piya | 466 comments युँ तो फोन में कुछ ख़ास नहीं की पासवर्ड रखना पड़े...

वो तो सिर्फ इसलिये की, बार-बार तेरा नाम लिखना अच्छा लगता है!


message 2052: by Piya (new)

Piya | 466 comments सवाल "ज़हर" का नहीं था, वो तो मैं पी गया...

तक़लीफ़ लोगों को तब हुई, जब मैं जी गया!


message 2053: by Piya (new)

Piya | 466 comments "इश्क़" तो एक 'क़ातिल' है मासुम से लोगों का...

जानें क्युँ लोग इस मुझरीम को "दिल" में पनाह देते हैं!


message 2054: by Piya (new)

Piya | 466 comments "नारी" नाम संग्राम का, करती ना विश्राम...

"बेटी-बहन" तो तीर्थ हैं, तो "माँ" है चारों धाम!


message 2055: by Nadeem (new)

Nadeem Shaikh | 236 comments Shukr karo ki hum DARD sehte hain, likhte nahi !

Warna kaagazon par LAFZON ke janaaze uthte !!!


message 2056: by Itender (new)

Itender Arya | 144 comments Piya wrote: ""नारी" नाम संग्राम का, करती ना विश्राम...

"बेटी-बहन" तो तीर्थ हैं, तो "माँ" है चारों धाम!"


awesome g


message 2057: by Itender (new)

Itender Arya | 144 comments ख़याल आया तो आपका आया,
आँखे बंद की तो ख्वाब आपका आया,
सोचा कि याद करलूँ खुदा को पल दो पल,
पर होंठ खुले तो नाम आपका आया.


message 2058: by Itender (new)

Itender Arya | 144 comments Dard Se Hath Na Milate To Or Kya
Karte,
Gam Ke Aansoo Na Bahate To Or
Kya Karte.
Usne Maangi Thi Humse Roshni Ki Dua,
Hum Khud Ko Na Jalate To Or Kya Karte...
hi friends. .


message 2059: by Itender (new)

Itender Arya | 144 comments वादा हमने किया था निभाने के लिए…
एक दिल दिया था एक दिल को पाने के लिए…
उन्होंने मोहब्बत सिखा दी और कहा कि
तुमसे प्यार किया था किसी और को जलाने के लिए…...|


message 2060: by Piya (new)

Piya | 466 comments उसने कहा, "तुम्हें शब्दों से अच्छी तरह खेलना आता है!"...

मैंने कहा, "और तुम जो आँखों से खेल लेती हो, उसका क्या?"


message 2061: by Piya (new)

Piya | 466 comments समय जब नाच नचाता है.....

हरएक संबंध "कोरियोग्राफर" बन जाता है!


message 2062: by Piya (new)

Piya | 466 comments जिंदगी में जब भी आईना उठाया करो.....

"पहले देखो", फिर दिखाया करो!


message 2063: by Piya (new)

Piya | 466 comments "इश्क़" का होना भी लाज़मी है शायरी के लिये.....

सिर्फ़ क़लम लिखती, तो आज हर कोई "ग़ालिब" होता!


message 2064: by Piya (new)

Piya | 466 comments तुम ज़िद्द ना किया करो मेरी दास्ताँ सुनने की.....

मैं हँसकर भी कहूँगा, तो तुम रो दोगे!


message 2065: by Piya (new)

Piya | 466 comments "इश्क़" कर लीजिये बेइंतेहा किताबों से.....

एक ये ही हैं, जो अपनी बातों से पलटा नहीं करती!


message 2066: by Piya (new)

Piya | 466 comments उसने मंदिर के सामने घर क्या खरीदा.....

सारा शहर एक पल में "भक्त" बन गया!


message 2067: by Piya (new)

Piya | 466 comments अजीब सी नलियाँ लगाई हैं प्रभु ने इस देह में.....

भर आता दिल है, छलकती आँखें हैं!


message 2068: by Piya (new)

Piya | 466 comments यारों जिंदगी तो हल्की-फुल्की ही होती है.....

वजन तो बस ख्वाहिशों का ही होता है!


message 2069: by Piya (new)

Piya | 466 comments शुक्र करो हम "दर्द" सहते हैं, लिखते नहीं.....

वरना कागज़ों पर लफ्जों के जनाजे उठते!


message 2070: by Piya (new)

Piya | 466 comments सलीका तुमने पर्दे का बड़ा अनमोल रखा है...

निगाहें तुम्हारी क़ातिल हैं, उन्ही को खुला रखा है!


message 2071: by Piya (new)

Piya | 466 comments बुरा कैसे बन गया साहब.....

मैं तो दर्द लिखता हूँ, किसी को देता तो नहीं!


message 2072: by Piya (new)

Piya | 466 comments कभी फुर्सत मिले तो सोचना जरूर.....

एक लापरवाह क्यों तेरी परवाह करता है!


message 2073: by Piya (new)

Piya | 466 comments लोग मरते न कभी यहाँ वहाँ टकराके.....

देख लेते जो समुंदर सी कमाल आँखें उसकी!


message 2074: by Piya (new)

Piya | 466 comments उनके चेहरे की बात हो जाये.....

आज जिक्र-ए-गुलाब रहने दो!


message 2075: by NITIN (new)

NITIN | 1 comments Bohot khoob any good read suggestions on hindi shayari...


message 2076: by Piya (new)

Piya | 466 comments एक बाजार है ये दुनिया, सौदा सँभाल के कीजिये.....

मतलब के लिफ़ाफ़े में, दिल बेशुमार मिलते हैं!


message 2077: by Piya (new)

Piya | 466 comments यादें नुकीली नहीं होती दोस्तों.....

फिर भी बहुतसी चुभती हैं दिल में!


message 2078: by Piya (new)

Piya | 466 comments आख़री अंजाम तो मालुम ही है सबको.....

फिर भी अपनी नजर में हर इंसान 'सिकंदर' क्युँ है?


message 2079: by Piya (new)

Piya | 466 comments झूठ, फ़रेब और लालच से दूर हैं.....

उपरवाले का शुक्र है, आईने आज भी खरे हैं!


message 2080: by Piya (new)

Piya | 466 comments यहाँ स्वार्थ में सब एक ही हिसाब रखते हैं.....

अगर ना दे सुख, तो खुदा भी खराब लगता है!


message 2081: by Piya (new)

Piya | 466 comments "पानी" भी क्या अजीब चीज़ है.....

नजर उनकी आँखों में आता है, जिनके खेत सूखे हैं!


message 2082: by Piya (new)

Piya | 466 comments हुस्न देखकर भला कब हुई है मोहोब्बत?

वो तो बस काजल लगाकर मेरा दिल ले गयी!


message 2083: by Piya (new)

Piya | 466 comments कभी-कभी धागे बड़े कमजोर चुन लेते हैं हम.....

पुरी उम्र गाँठ बाँधने में ही निकल जाती है!


message 2084: by Piya (new)

Piya | 466 comments तेरी भीगी हुई जुल्फों की ताज़गी की कसम.....

तू जहाँ ये जुल्फें निचोड़े, वहाँ "मयख़ाने" बन जायें!


message 2085: by Piya (new)

Piya | 466 comments समझदार ही करते हैं अक्सर ग़लतियाँ .....

कभी देखा है किसी पागल को मोहब्बत करते हुए?


message 2086: by Piya (new)

Piya | 466 comments लिखा जो उसे ख़त वफ़ा के पते पर.....

डाकिया भी मर गया शहर ढूँढ़ते-ढूँढ़ते!


message 2087: by Piya (new)

Piya | 466 comments कितना अजीब है इस दुनिया का दस्तूर.....

लोग इतनी जल्दी बात नहीं मानते, जितनी जल्दी बुरा मान जाते हैं!


message 2088: by Piya (new)

Piya | 466 comments हम भी जी सकते थे.....

अगर तुम पे ना मरते!


message 2089: by Piya (new)

Piya | 466 comments कैसे बनायें हम खुद को तुम्हारे प्यार के क़ाबिल.....

जब हम आदत बदलते हैं, तुम शर्तें बदल देती हो!


message 2090: by Piya (new)

Piya | 466 comments कभी लिबास, कभी बाल देखनेवाले.....

तुझे पता ही नहीं, हम सँवर चुके दिल से!


message 2091: by Piya (new)

Piya | 466 comments वो गुफ़्तगू जो मेरी अपने-आप से थी.....

तेरी निग़ाहों ने पढ़ी, तो शायरी हो गयी!


message 2092: by Piya (new)

Piya | 466 comments आज उसने मोहोब्बत को नया मोड़ दे दिया.....

मेरी खातिर अपनी जुल्फ़ों को खुला छोड़ दिया!


message 2093: by Piya (new)

Piya | 466 comments वो जो आती है तो फिर जाती ही नहीं.....

तू भी कभी आकर लिपट जा किसी मुसीबत की तरह!


message 2094: by Piya (new)

Piya | 466 comments बुरी है मोहब्बत.....मोहब्बत बुरी है.....

कहे जा रहे हैं.....किये जा रहे हैं!


message 2095: by Piya (new)

Piya | 466 comments "ख़्वाहिश" बड़ी बेवफ़ा होती है.....

मुक़म्मल होते ही बदल जाती है!


message 2096: by Piya (new)

Piya | 466 comments बस युँ ही लिखता हूँ, वज़ह क्या होगी.....

राहत ज़रा सी... आदत है ज़रा सी!


message 2097: by S()r/\b|-| (new)

S()r/\b|-| | 3 comments हटा कर जुल्फ चेहरे से , न छत पर शाम को आना ... कही कोई ईद न कर ले , अभी रमजान बाकी है


message 2098: by Anika (new)

Anika | 34 comments Piya wrote: ""ख़्वाहिश" बड़ी बेवफ़ा होती है.....

मुक़म्मल होते ही बदल जाती है!"


damn true said miss piya


message 2099: by Itender (new)

Itender Arya | 144 comments एक हाथ में दिल उनके एक हाथ में खंजर था
चेहरे पे दोस्त का मुखौटा अजीब सा मंजर था


message 2100: by Raj (new)

Raj shah (readinko) | 56 comments Tum naa samaj pao in lakiro ki baatein.
Hatho ki ye jo kasam.
Dard me chahe zindagi bitaayein.
Mehnat ek hi hai marham

Hey guys this is my first time attempt..


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