सुनो दिलजानी, मेरे दिल की कहानी, तुम दस्त ही बिकानी, बदनामी भी सहौंगी मैं, देव–पूजा ठानी मैं निवाज हूँ भुलानी, तजे कलमा–कुरान, सारे गुनन गहौंगी मैं। स्यामला सलोना सिरताज सिर कुल्ली दिए, तेरी नेह–आग में निदाग हो दहौंगी मैं। नन्द के कुमार कुरबान ताँड़ी सूरत पे, ताँड़ नाल प्यारे, हिन्दुवानी हो रहौंगी मैं।