Abhishek Anand

83%
Flag icon
कर्म, ज्ञान और भक्ति के इस संश्लेषण से भी यही शिक्षा निकलती है कि अरविन्द भूत (द्रव्य), जीवन, और मस्तिष्क इन तीनों को दिव्य बनाकर इसी जीवन में दिव्य जीवन की अवतारणा करना चाहते थे।
Sanskriti Ke Chaar Adhyay (Hindi)
Rate this book
Clear rating