अलीगढ़ में मोहमडन एंग्लो–ओरियंटल कॉलेज (जो सन् 1875 ई. में खुला और सन् 1920 ई. में मुस्लिम-यूनिवर्सिटी में परिणत हो गया) की स्थापना करते हुए उन्होंने उसके उद्देश्यों में जहाँ यह बात रखी कि ‘‘मुसलमान अपने धर्म की रक्षा करते हुए अंग्रेजी पढ़ सकें’’, वहाँ उसी घोषणा–पत्र में वे यह कहना नहीं भूले कि ‘‘इस संस्था का उद्देश्य मुसलमानों को ब्रिटिश सरकार की सुयोग्य प्रजा बनने के योग्य बनाना है।’’