Abhishek Anand

83%
Flag icon
अतिमानस से संवलित सभी मनुष्य अतिमनुष्य हो जाएँगे। उनका यह भी कथन है कि अतिमानस, सम्भव है, पहले किसी समूह या व्यक्ति में उतरे। किन्तु, उसके बाद वह फैलता ही जाएगा एवं फैलते–फैलते, एक दिन वह अखिल मनुष्य–जाति को अतिमनुष्यों की जाति में बदल देगा।
Sanskriti Ke Chaar Adhyay (Hindi)
Rate this book
Clear rating