Abhishek Anand

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उन्नीसवीं सदी में समग्र हिन्दुत्व का पूरा प्रतिनिधित्व परमहंस रामकृष्ण और स्वामी विवेकानन्द ने किया जो मूर्तिपूजा, व्रत, उपवास, अवतार और तीर्थ, सबको सार्थक एवं अनिवार्य समझते थे।
Sanskriti Ke Chaar Adhyay (Hindi)
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