Abhishek Anand

24%
Flag icon
दिगम्बर–पन्थवालों ने साफ घोषणा कर दी कि मुक्ति नारियों के लिए नहीं है। नारियों को चाहिए कि वे सीमित धर्म का पालन करें, जिससे अगले जन्मों में वे पुरुष का जन्म ग्रहण कर सकें, क्योंकि, मोक्ष–लाभ के समीप आने पर, उन्हें पुरुष होकर जन्म लेना ही पड़ेगा।
Sanskriti Ke Chaar Adhyay (Hindi)
Rate this book
Clear rating