Abhishek Anand

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जैन धर्म का त्रिरत्न (सम्यक् दर्शन, सम्यक् ज्ञान और सम्यक् चरित्र), असल में, वैदिकों के भक्तिभोग, ज्ञानयोग और कर्मयोग का ही परिवर्तित रूप है।
Sanskriti Ke Chaar Adhyay (Hindi)
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