Abhishek Anand

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मौलाना मुहम्मद अली कांग्रेस को छोड़ चुके थे, किन्तु भारत में अंग्रेजी शासन के वे प्रबल विरोधी थी। वे यदि जीवित रहते तो मिस्टर जिन्ना को आगे आने का मौका नहीं मिलता।
Sanskriti Ke Chaar Adhyay (Hindi)
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