Neha Sharma

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हम पर अपने पापों का बोझ न डालें, कह दो सबसे, अपना दायित्व सँभालें। कह दो प्रपंचकारी, कपटी, जाली से, आलसी, अकर्मठ, काहिल, हड़ताली से, सी लें जबान, चुपचाप काम पर जायें, हम यहाँ रक्त, वे घर में स्वेद बहायें।
परशुराम की प्रतीक्षा
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