Vijay Anand Tripathi

20%
Flag icon
सिन्धु देह धर ‘त्राहि-त्राहि’ करता आ गिरा शरण में, चरण पूज, दासता ग्रहण की, बँधा मूढ़ बन्धन में।
कुरुक्षेत्र
Rate this book
Clear rating