सुबह और सूरज
वैसे तो सुबह और सूरज
रोज़ ही साथ साथ नहीं आते,
पर आज
सूरज कुछ ज्यादा ही पीछे है
शायद झगड़े होंगे रात को...
किसी ने खींचा होगा बात को...
पर आज भी सुबह के थैले में,
रौशनी डालना नहीं भूला था सूरज...
दोनों का प्यार ही कुछ ऐसा है...
सूरज की रौशनी
सुबह की पहचान है...
और सुबह सूरज की जान है |
Published on January 19, 2015 20:14