मेरे तुम्हारे प्यार का फिर से त्यौहार आया है,कितने सारे व...

मेरे तुम्हारे प्यार का फिर से त्यौहार आया है,कितने सारे वादों और कसमों की यादें लाया है|चलो न आज उस ही तरह खिड़की पर खड़े हो जाएँ,हवा से उड़कर लटें तुम्हारी मेरे चेहरे पर बिछ जाएँ|बादलों से करो गुज़ारिश कुछ देर को बरस जाएँ,फिर हथेलियां जोड़ ले हम, बूँदें उनमे भर जाएँ|तुम मुझे हिदायत देना, पानी कहीं न रिस जाए,मैं तुमसे और सट जाउंगा,हथेलियां ताकि कस जाएँ|ज्यादा पानी ज्यादा प्यार, विश्वास तुम्हारा होता
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Published on February 14, 2014 01:36
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