चुप्पी...



Photo by: Zach Reiner, Unsplash

कैफ़े के अंदर आते ही मेरी नजर सबसे पहले तुम पर पड़ी। ज़ाहिर है, मुझे किसी और से वास्ता भी नहीं क्योंकि मैं यहां इसलिए आया हूँ कि मुझे तुम मिल जाओ। बड़ी सी खिड़की से आती धूप टेबल पर अलसायी सी बिखर गयी है, जैसे तुमसे बातें करना चाहती हों पर तुम अपनी डायरी में कुछ लिख रही हो, कोहनी टेबल पर टिकाए, अपने चेहरे को अपनी हथेली पर सम्भाले हुए। ढीला सा सफेद कुर्ता, एकदम स्पॉटलेस!


तुमपर एक नज़र पड़ती है, और होठों पर मुस्कुराहट दौड़ी चली आती है। मैं तुम्हारी सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया...

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Published on October 07, 2022 19:16
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