Manish pandey
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“बस एक बात और याद रखना। रात के बाद सुबह तो होनी ही है, पर महान वही बनता है जो रात के समय दृढ़ रह सके।”
― तुम्हारा वाला मैं...: तुम जो कुछ हो, वही होना चाहता हूँ...
― तुम्हारा वाला मैं...: तुम जो कुछ हो, वही होना चाहता हूँ...
“दर्द मिले, तकलीफ़ हो, बुरे समय से गुज़रो या विपत्तियां आएं, तो ये सोच कर खुश हो कि तुम्हारा हिसाब चुकता हो रहा है। और बल्कि जितनी ज्यादा विपत्तियां आएं, उतना ज्यादा खुश हो, कि तुम्हारा उधार उतनी जल्दी चुक रहा है।”
― तुम्हारा वाला मैं...: तुम जो कुछ हो, वही होना चाहता हूँ...
― तुम्हारा वाला मैं...: तुम जो कुछ हो, वही होना चाहता हूँ...
“वास्तविक सत्य यही है कि हमें मिलने वाले कष्टों के लिए जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ हम स्वयं हैं और कोई नहीं। हम दुखी हों या खुश हों पर हमें अपना प्रारब्ध भुगतना ही है।”
― तुम्हारा वाला मैं...: तुम जो कुछ हो, वही होना चाहता हूँ...
― तुम्हारा वाला मैं...: तुम जो कुछ हो, वही होना चाहता हूँ...
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