Munshi Premchand > Quotes > Quote > Poonam liked it
“द्वेष का मायाजाल बड़ी-बड़ी मछलियों को ही फँसाता है। छोटी मछलियाँ या तो उसमें फँसती ही नहीं या तुरंत निकल जाती हैं। उनके लिए वह घातक जाल क्रीड़ा की वस्तु है, भय की नहीं।”
― गोदान [Godan]
― गोदान [Godan]
No comments have been added yet.
