जब तक आपके पास पैसा नहीं था, तब तक आपको ये बुरा ही नहीं लगता था कि आपके घर का पेंट कहीं-कहीं उधड़ा हुआ है। तब ज़्यादा बड़ा दुःख था कि अभी तो पैसा ही नहीं है। अभी तो हो सकता है खाने-पीने में ही दिक़्क़त आ जाती हो। अब ज़रा पैसा आ गया तो अब घर में ये जो चितकबरे धब्बे हैं, ये बड़ा दुःख देंगे।