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December 10 - December 19, 2022
प्रतिभाएं अकारण आगे नहीं बढ़तीं। वे बढ़ती हैं अपने पुरुषार्थ से, अपने धैर्य से, अपने समर्पण से, अपनी मेहनत से, अपने त्याग से, अपनी प्रबल इच्छाशक्ति से।
“बाहर का अंधकार समस्या नहीं है पांडे, समस्या तब होती है जब हमारा मन सुविधाओं के लालच में समझौतों के अंधकार में डूब जाता है।”— मनोज जैसे किसी गहरे तल से बोल रहा था।
अपनी क्षमता के साथ न्याय न करना खुद से और इस समाज से अन्याय करना होगा।
किन्हीं दो लोगों की तुलना उनके परिणामों से नहीं होनी चाहिए, बल्कि उनकी परिस्थितियों और सुविधाओं के आधार पर भी होनी चाहिए।”