Rahul

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देहमुक्त होने की इस प्रक्रिया के दौरान, अगर आपमें सुख का भाव बढ़ जाता है, तो हम कहते हैं कि आप स्वर्ग में हैं। और अगर आपमें अप्रसन्नता बढ़ जाती है, तो हम कहते हैं कि आप नर्क में हैं। स्वर्ग और नर्क कोई भौगोलिक स्थान नहीं, बल्कि मनुष्य के अनुभव हैं।
Mrityu/मृत्यु: Jaane Ek Mahayogi Se/जानें एक महायोगी से (Hindi Edition)
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