लेकिन इससे भी ज़्यादा प्रभावशाली एक और खोज थी। लगभग 6000 ईसापूर्व की एक खोदी गई सतह पर पुरातत्तत्वविदों को वहाँ की दो में से एक क़ब्र में पाए गए ताँबे के मनकों के छेदों के भीतर कपास के रेशे मिले। यह दुनिया में कहीं भी कपास के इस्तेमाल का पहला साक्ष्य था और इस उपमहाद्वीप में ताँबे के इस्तेमाल का भी पहला साक्ष्य था।