इस अध्ययन ने दर्शाया था कि ईसापूर्व 2200 और सन् 100 के मध्य विभिन्न भारतीय आबादियों के बीच व्यापक सम्मिश्रण हुआ था, जिसका परिणाम यह हुआ था कि लगभग सारे हिन्दुस्तानियों ने प्रथम भारतीयों, हड़प्पावासियों और स्टेपी के लोगों की वंशावली अर्जित कर ली थी, हालाँकि निश्चय ही इसके कई स्तर थे।