“अपनी अयोग्यता को जीतना ही सबसे बड़ी योग्यता होती है। मैं ट्वेल्थ फेल एक अयोग्य लड़का हुआ करता था सर। क्योंकि गाँव के बच्चों को गाँव के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का वह स्तर नहीं मिलता जो शहरों के इंग्लिश मीडियम स्कूल के लड़कों से कॉम्पीट कर सकें। इन अभावों के बावजूद अपने संघर्ष और संकल्प के कारण मैं यहाँ तक आ सका हूँ। किन्हीं दो लोगों की तुलना उनके परिणामों से नहीं होनी चाहिए, बल्कि उनकी परिस्थितियों और सुविधाओं के आधार पर भी होनी चाहिए।”