एक्ज़ाम का एक फ़ायदा यह होता है कि कोई आपको ज़्यादा कुछ बोल नहीं पाता। अब मैं अपनी मर्ज़ी का मालिक था। मन आता तो नहाता, नहीं तो नहीं। जहाँ मन किया तौलिया फेंका, जहाँ मन किया किताबें रख दी। पूरी तरह से बेडरूम को हॉस्टल के कमरे सामान गंदा कर छोड़ा था। पर यह मंज़र मैडम से ज़्यादा दिन देखा न गया।