अगर आप नेहरू और सरदार के रिश्तों को पढ़ेंगे तो आपकी आँखें भर आएँगी। ऐसे दो दोस्त, दो हमसफ़र ज़िंदगी में मिल जाएँ तो आपकी ज़िंदगी धन्य हो जाए। अपनी ज़िंदगी में आप किसी के लिए नेहरू बन सकें और कोई आपके लिए सरदार बन सके तो सोचिए कि आपने ज़िंदगी में बहुत कमाया है।

