प्रेमिका पर क्या बीत रही होगी, जिसने अपने अंकित को पाने के लिए अपने घर को हमेशा के लिए छोड़ दिया। उस मेट्रो की तरफ़ भाग निकली, जिसके आने से आधुनिक भारत की आहट सुनाई देती है। दूसरे छोर पर अंकित की माँ की चीख़ती तस्वीरें रुला रही हैं। दोनों तरफ़ स्त्रियाँ हैं जो तड़प रही हैं। बेटा और प्रेमी मार दिया गया है।