आज़ादी की लड़ाई में गांधीजी का सबसे बड़ा एक योगदान यह था कि निरीह-से-निरीह जनता के मन से भी उन्होंने अंग्रेज़ों की जेल का भय समाप्त कर दिया था। अंग्रेज़ों ने जेल का भय कायम करने के लिए अंडमान में सेल्यूलर जेल बनाया था, वहाँ भेजे जाने की सज़ा का मतलब कालेपानी की सज़ा! उसका जनता में बड़ा डर था। गांधीजी ने जेल के डर को इस कदर मिटा दिया कि लोग वहाँ भी चले गए। जो लोग माफ़ी माँगकर आ गए, मैं उनकी बात नहीं करता।

