लोग जीने की इच्छा के बारे में चेतन हैं, उनमें बौद्धिक उत्सुकता होती है। लीक से हटकर चलने की इच्छा उन्हें साहित्य की दिशा में भेज देती है। लेकिन मैं यह बताना चाहूँगा कि जीवन जीने और ख़ुद को बेहतर बनाने - स्वयं के ज्ञान को बढ़ाने - की यह प्यास कई स्त्रोतों से बुझ सकती