vishal kumar

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अकसर हम पूरी मेहनत से कोई कर्म करके भी उसके फल से संतुष्ट नहीं होते और किस्मत को दोष देने लगते हैं। जबकि कर्म और उसके फल के बीच उस वक्त साँस में चल रहे तत्त्व की हमें कोई जानकारी ही नहीं होती।
Saans Ke Rahasya - Jo Chahein, So Paayein (Hindi Edition)
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