रात में पापा को बार-बार खाँसकर नींद से उठता देख सुदीप को पहली बार एहसास हुआ कि एक उम्र के बाद बिस्तर पर अकेले सोना इस दुनिया का सबसे बड़ा काम है। हर बिस्तर पर इतनी जगह होती है कि उसमें समंदर भर बेचैनी सूख जाए। सुदीप को सालों बाद पापा के साथ सोकर अपना खोया हुआ घर मिल गया था।