“तुम्हारी पीठ पर मैं उँगली से किसी ऐसे शहर का नाम लिखना चाहता हूँ जहाँ हम दोनों न गए हों। मुझे नहीं मालूम कि हम तुम्हारी पीठ पर लिखे शहर कभी जा पाएँगे या नहीं। इसको पढ़कर जवाब में कुछ भी मत लिखना। बस जल्दी से अपनी किताब पूरी कर लो। जो शामें खो जाती हैं, वो बस अधूरी किताबों में मिलती हैं। थैंक्स फॉर कमिंग।