हमारे पास हर कहानी के दो वर्जन होते हैं। एक, दूसरे को सुनाने के लिए और दूसरा, अपने-आपको समझाने के लिए। जिस दिन हमारी कहानी के दोनों वर्जन एक हो जाते हैं उस दिन लेखक अपनी किताब के पहले पन्ने पर लिख देता है, “इस कहानी के सभी पात्र काल्पनिक हैं। इनका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से लेना-देना नहीं है।” यह एक अदना-सा झूठ पूरी कहानी को सच्चा बना देता है। अगर