कुत्तों का इस्तेमाल शिकार और लड़ाई के लिए और जंगली जानवरों तथा घुसपैठिया इंसानों के विरुद्ध चेतावनी व्यवस्था के तौर पर किया जाता था। पीढ़ियों के गुज़रने के साथ ये दोनों प्रजातियाँ एक दूसरे के साथ अच्छी तरह से संवाद करने के लिए सहविकसित होती गईं। अपने मानव साथियों की ज़रूरतों और भावनाओं के प्रति सर्वाधिक चौकस रहने वाले कुत्तों को अतिरिक्त संरक्षण और भोजन मिलता था, और उनके जीवन की सम्भावनाएँ बढ़ जाती थीं। इसी के साथ-साथ कुत्तों ने अपनी ज़रूरतों के लिए लोगों को नियन्त्रित करना सीख लिया। 15,000 साल लम्बे सम्बन्ध ने मनुष्यों और कुत्तों के बीच उससे ज़्यादा समझ विकसित की है, जितनी मनुष्यों और दूसरे
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