Vivek Singh

65%
Flag icon
दंगे की रात का अपना ही सन्नाटा होता है। बाक़ी सारी ख़ामोशी से अलहदा। बिल्कुल अलग। यह आपको डराता नहीं, मरने से पहले की ख़ामोशी सुनाता है।
Chaurasi/चौरासी/84 (Hindi Edition)
Rate this book
Clear rating