डॉ. ए.एल. श्रीवास्तव के अनुसार, ‘‘देश के सभी प्रांतों से दिल्ली और आगरा में गाड़ियां भर-भरकर मूर्तियां लाई जाती थीं तथा उन्हें मस्जिदों की सीढ़ियों के नीचे भरवा दिया जाता था। कभी-कभी तो मंदिरों में गौवध भी किया जाता था। मूर्तियों को पैरों तले भी रौंदा जाता था।’’ औरंगजेब के इन कार्यों के कारण वह हिंदू जनता की घृणा का पात्र बना गया, किंतु मुसलमानों के लिए वह ‘जिंदापीर’ के रूप में लोकप्रिय हुआ।