Abhishek Anand

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ऐसा कहकर अपने तेजःस्वरूप उस अद्भुत अग्निको हाथमें लेकर भगवान् शिवने क्षार समुद्रमें फेंक दिया। वहाँ फेंके जाते ही भगवान् शिवका वह तेज तत्काल एक बालकके रूपमें परिणत हो गया, जो सिन्धुपुत्र जलन्धर नामसे विख्यात हुआ।
Shiv Puran (Sanshipt), Code 1468, Hindi, Gita Press Gorakhpur (Official) (Hindi Edition)
by Vedvyas
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