Harshvardhan Joshi

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उन्होंने नाराजगी भरे स्वर में मुझसे कहा, “रिश्वत लेना अन्याय है, मैंने कहा था...तुम लोग उसको भी भूल गए होगे?” मैंने जोर से कहा, “बिल्कुल नहीं, रिश्वत लेना ‘अन्य-आय’ है, इस कल्याणकारी मंत्र का हम अक्षरश: पालन करते हैं,
Maun Muskaan Ki Maar (Hindi Edition)
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