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Kindle Notes & Highlights
हम अपने जीवन में संकल्पों को तो बहुत महत्त्व देते हैं, लेकिन विकल्पों पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते।
कभी सोचा है कि 1 अप्रैल को ही मूर्ख दिवस क्यों कहा जाता है? बिकोज आफ्टर फाइलिंग अवर रिटर्न, देट इज द वेरी फर्स्ट डे जब या तो हम इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट को मूर्ख बनाते हैं या डिपार्टमेंट हमको मूर्ख बनाता है। वी ऑल प्ले गेम ऑफ फूल्स।
“सतयुग का धन सत्य था, और त्रेता का धीर। द्वापरयुग में वीरता, कलयुग का धन पीर॥”
उन्होंने नाराजगी भरे स्वर में मुझसे कहा, “रिश्वत लेना अन्याय है, मैंने कहा था...तुम लोग उसको भी भूल गए होगे?” मैंने जोर से कहा, “बिल्कुल नहीं, रिश्वत लेना ‘अन्य-आय’ है, इस कल्याणकारी मंत्र का हम अक्षरश: पालन करते हैं,