Prateek Singh

66%
Flag icon
अचानक नारदजी को होश आया कि वे माया में फँस चुके थे, उन्हें बहुत ग्लानि हुई कि हाउ कम आई गॉट स्टक इन दिस माया? भगवान विष्णु उनके सामने खड़े मुसकरा रहे थे, भगवान बोले कि नारद जो माया के आगे चले, वह ‘मायापति’ होता है और जो माया के पीछे चले, वह ‘मायावी’ कहलाता है।
Maun Muskaan Ki Maar (Hindi Edition)
Rate this book
Clear rating