Prateek Singh

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बिल्कुल भगवान् के जैसा व्यवहार करते हैं, पल भर में किसी का निर्माण कर दें और क्षण भर में किसी को मिटा कर रख दें। जैसे ईश्वर सब जगह है, लेकिन किसी को दिखाई नहीं देता, बिल्कुल वैसे ही ये हैं। इनके कई रूप होते हैं, इसलिए इनका कोई रूप नहीं होता।”
Maun Muskaan Ki Maar (Hindi Edition)
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